समुद्रतल से लगभग 355 मीटर उंचाई पर गंगा नदी स्थल किनारे अवस्थित नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती-ढालवाला जनपद मुख्यालय टिहरी गढ़वाल की एक महत्वपूर्ण ईकाई व श्री बदरीनाथ, श्री केदारनाथ यात्रा मार्ग का मुख्य पडाव स्थल है। नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती-ढालवाला माँ गंगा नदी के पावन तट पर तथा हिमालय के सुरम्य वादियों में पहाड़ी भौगोलिक स्थिति के साथ-साथ मैदानी क्षेत्र के समावेश के साथ स्थित है। इस नगर के ठीक सामने मणिकूट पर्वत विराजमान है। स्थानीय क्षेत्र में विश्व विख्यात आश्रम स्थित हैं, जहां पर योग वेदान्त की शिक्षा दीक्षा दी जाती है। यह नगर उत्तरांचल के चारो धामों के जाने वाले मार्गों के केन्द्र बिन्दु पर स्थित है। यहां पर प्रतिवर्श लाखों की संख्या के साथ-साथ नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती-ढालवाला गंगा नदी के तट पर स्थित एक पौराणिक तीर्थ स्थान है तथा हिमालय के पवित्र चार धाम श्री बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमनोत्री का प्रवेश द्वार है। इसके साथ ही विश्व प्रसिद्ध कुम्भ, अर्द्धकुम्भ मेले का एक भाग है। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार ऋशि मुनियों, संत-महात्माओं ने यहां पर तपस्या की थी, जिसके प्रमाण विभिन्न मंदिर-सत्रुघ्न मंदिर, ध्रुव मंदिर, लक्ष्मण मंदिर, शिवानन्द आश्रम, ओमकारानन्द आश्रम, कैलास आश्रम, वेदनिकेतन, आदि हैं। जिससे इसका नाम मुनिकीरेती पड़ा है। वर्तमान में धार्मिक नगर के साथ जग प्रसिद्ध विश्वानन्द झूला पुल (राम झूला पुल), लक्ष्मण झूला, आस्था पथ स्नान घाट आदि देखने के लायक हैं। इस स्थान से नीलकंठ जाने का एकमात्र पैदल मार्ग है। स्वर्गाश्रम, गीता भवन,परमार्थ निकेतन आदि के लिये प्रवेश द्वार है।
यह नगर 1948 से पूर्व टिहरी महाराजा के शासन में था । टिहरी रियासत से उत्तर प्रदेश में विलय होने पर इसे शासन द्वारा 1 दिसम्बर सन् 1950 को टाउन एरिया घोषित कर दिया गया था। तथा 3 फरवरी 1966 को नोटिफाईड एरिया, एवं 31 मई 1994 में नगर पंचायत, मुनिकीरेती, तथा शासकीय अधिसूचना संख्या 115 दिनांक 08 फरवरी 2014 के द्वारा इस निकाय का वर्गोत्थान नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती-ढालवाला के रूप में हुआ है जिस क्रम में परिसीमन की कार्यवाही गतिमान है इस नगर की जन संख्या वर्तमान में 2011 की जनगणना के अनुसार 28636 है तथा इसका क्षेत्रफल 3.46 वर्ग कि. मीटर है। वर्तमान में नगर पालिका के अध्यक्ष, श्री रोषन रतूडी जी तथा 11 वार्डों के सभासदो अधोलिखित हैंः यह जनपद मुख्यालय से 76 कि.मी. दूरी पर स्थित है एवं विकासखण्ड फकोट व तहसील नरेन्द्र नगर के अन्तर्गत आता है। नगर पालिका परिषद, मुनिकीरेती-ढालवाला, ऋषिकेश-बदरीनाथ-केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित है। इसके उत्तर में ग्राम सभा तपोवन 03 कि.मी., दक्षिण में ऋशिकेश (जनपद देहरादून) 03 कि.मी. पूरव में स्वर्गाश्रम,गीताभवन (जनपद पौड़ी गढ़वाल) 02 कि.मी. एवं पश्चिम में नरेन्द्र नगर (जनपद टिहरी गढवाल) 16 कि.मी. की दूरी पर स्थित हैं।
नगर पालिका परिषद, मुनिकीरेती-ढालवाला 11 कक्षों में विभाजित है एवं प्रत्येक कक्ष से जनता द्वारा प्रत्यक्ष मतदान से सभासद निर्वाचित होते हैं। नगर पालिका परिषद का वर्तमान क्षेत्र 3.46 वर्ग किलोमीटर है। शासन एवं जिला प्रशासन द्वारा आपदा प्रबन्धन एवं न्यूनीकरण के महत्व को देखते हुए आपदा से निपटने हेतु आपदा से पूर्व, दौरान एवं पश्चात की कार्ययोजना को तैयार करने के निर्देशों के क्रम में निकाय स्तर पर कार्ययोजना एवं आपदा प्रबन्धन दल का गठन किया गया है। जिसका उददे्श्य आपदा के समय में नगर क्षेत्र व आपदा क्षेत्र में सक्रिय रूप से सहयोग एवं कार्य करना हैं।
भौगोलिक एवं प्रसाशनिक स्थिति:- नगर पालिका परिषद, मुनिकीरेती-ढालवाला, नगर पालिका परिषद क्षेत्रान्तर्गत जिला मुख्यालय टिहरी गढ़वाल से 76 किलोमीटर ऋशिकेष-बद्रीनाथ मोटर मार्ग तथा तहसील नरेन्द्र नगर से 16 कि0मी0 की दूरी पर पर स्थित है। मुख्य शहर से 02 किमी0 की दूरी पर स्वर्गाश्रम, गीताभवन, परमार्थ निकेतन, तथा 03 कि॰मी॰ की दूरी पर लक्ष्मणझूला एवं 03 कि॰मी॰ की दूरी पर ऋशिकेश स्थित हैं।